आज की सुबह बहुत ही प्यारी लग रही है, सुबह उठते ही मेरी नजर खिड़की पे गयी, सामने से हलकी हलकी धुप आ रही थी और मेरे बिस्तर पर पड़े मेरी घडी से टकरा के दीवाल पे प्रतिवर्तित कर रही थी मै उसे देख के ये समझने की कोशिश कर रहा था की आज की धुप में इतनी लालिमा क्यों है ? मैंने बाहर देखा तो समझ में आया की आज सुबह सुबह हलकी बारिश हुई थी और उसकी वजह से हलके नीले भूरे रंग के बादल सूरज की तीव्र रोशनी को छानकर केवल लालिमा को ही भेंट कर रहे है इस धरती को | धरती पहली बारिश की बूंदों से नहा के जैसे तृप्त हो गयी है, और उस पर से सूरज की लालिमा बस आँखों को चरम अनुभूति का अहसास जगा रहे है | मन तो हुआ की बस यही खड़ा ऐसे ही देखता रहूँ और ये पल यही थम जाये | उस समय मै प्रकृति के चरम सौंदर्य को निहार रहा था और उस आनंद की अनुभूति ले रहा था, जैसे जिसके लिए मै बरसो से तरस रहा था वह आज मुझे मिल गया हो | उस समय विश्व की और कोई भी वस्तु मुझे इस प्रकृति सौंदर्य के आगे तुच्छ लग रही थी | तभी मैंने अपने घडी को देखा सुबह के ६.४० हो गये थे जिसका मतलब मै १० मिनट लेट हो चूका था | मै वहा से जाना तो नही चाहता था पर वो कहते है ना कि समय सबसे बड़ा होता है इसलिए मुझे बाकि के नितक्रिया निपटा के दिनचर्या पर जाना था |
ये समय भी अजीब वस्तु है, कभी हम चाहते है कि ये वक़्त यही थम जाये और कभी हम चाहते है कि ये जल्दी से निकल जाये | और जिस समय का इन्तजार रहता है वह तो बड़ा ही छलिया होता है वह तो इतने धीमे धीमे नजदीक आता है कि हमें लगता है कि १ मिनट नही १ साल है, पर समय हमेशा एक ही गति से चलता है| विभिन्न गति से चलता है तो मानव, क्योंकि वो मानव है उसे विभिन्न परिस्थितियों में विभिन्न प्रकार कि समस्याओ और कर्मो के अनुसार अपने समय कि गति बदलनी पड़ती है | कुछ समय से आगे चलना पसंद करते है तो कुछ चाह कर भी समय कि बराबरी नही कर पाते और पीछे रह जाते है | मेरे अवलोकन से तो मुझे यही जान पड़ता है कि समय के बराबर चलने वाले हमेशा सफल रहते है | यदि आप समय से आगे है, तो इसका मतलब ये हुआ कि आप बहुत तेज जा रहे है | और आपकी गति का राज जरुर ही कोई गलत काम होगा, वैसे मै गलत काम का विश्लेषण नही करना चाहता आप इसे अपने अनुसार कुछ भी समझ सकते है क्योंकि हर एक काम गलत या सही नही होता, यह तो सबका अलग अलग संवेदन या समझ होता है | जो हमारे लिए गलत है, शायद दुसरो के लिए वो सही हो |
मै समय कि बात कर रहा था तो समय से पीछे चलने वाले जरुर ही असफल लोग होते है | यहा भी मै असफलता का विश्लेषण नही करना चाहता क्योंकि कभी-कभी ऐसी परिस्थितिया भी आती है जिसमे मनुष्य लाचार और विवश हो जाता है | और उसे जानबूझकर असफलता से संतुष्ट होना पड़ता है | और रही बात समय के साथ चलने वालो कि तो बस मै यही कहना चाहता हूँ कि ऐसे व्यक्ति बहुत ही कम होते है, जो समय के साथ कदम से कदम मिला के चल सके क्योंकि जैसा कि मैंने पहले ही कहा है, कि समय हमेशा एक ही गति से चलता है, और मनुष्य समय का प्रतिरूप या विम्ब या उसकी परछाई नही बन सकता | पर कुछ ऐसे लोग होते है जो समय के साथ कदम से कदम मिला के चलते है पर वो भी कभी पूरी जिंदगी भर समय के साथ नही चल सकते क्योंकि ऊचाइयों के साथ गहराइयाँ भी आती है और उन गहराइयों में समय आपको गिरा देगा पर इसका मतलब ये नही हुआ कि आप असफल हो गये | आप ने समय के साथ कदम से कदम मिला के चला वही सबसे बड़ी बात है| भले ही वो थोड़े समय के लिए हो या बड़े समय के लिए | सफलता तो बस सफलता होती है उसको किसी भी आधार पे मापा नही जा सकता |
यही सब सोचते सोचते मै अपने सारे काम निपटा के जब घर से निकलने वाला था, तो घडी देखा, और आज मै आधा घंटा लेट हूँ पर मै खुश था बजाय इसके कि मै लेट हूँ क्योंकि आज मेरे दिमाग ने मुझे ऐसी जानकारी दी जिसे ढूँढने पे भी नही मिलती | आज मैंने जीवन के कई सत्य का रहस्य खुद सुलझा लिया है | शायद ये आज कि सुबह की वजह से हुआ हो, वो कहते है ना "स्वच्छ दिमाग में स्वच्छ विचार का वाश होता है |" आज सुबह मैने प्रकृति के सौन्दर्य को देखा था उसी सौंदर्य ने मेरे दिमाग में इन विचारो के बीज बोये |
काश ऐसी सुबह हर रोज आयें !!!!!!
- सत्यमादित्य यादव
- सत्यमादित्य यादव
(English Translation)
Natural Beauty and the Truth
Today's morning looks very beatiful, I glanced at window as I awaken. From there, little sunshine coming and spreaded, on my watch, on bed and reflects sunshine on wall. By watching this I am trying to understand why todays shining is so red and beautiful ? When I saw at outside I came to know that there was a little rain early in the morning and that's why the light bronish blue clouds are preventing the bright shines of sun and presenting only the light red shine to earth. Earth become satisfied by bathing from first droplets of rain, and the red shine over there just realizing the rearmost feelings on eyes. My mind is telling me just stand here and keep watching, and I freeze the seconds. At that time I am staring the extreme beauty of nature and realizing the joy, that I yearning from several years. At that time anything is miserable than this nature beauty. Then I see my watch it's 6.40 am that mean I was late 10 minutes already. I don't want to go away from there but as says Time is great, so I have to complete my daily work and go for routine.
The time is also a wonderful thing, Sometimes we want to that, time should be freezed, and sometime we want that to pass it. And the time, we are waiting, that is very cheater, that time comes as slowly that we feels this is not a 1 minute this is a 1 year, but time always runs in same speed. The different speed is applicable on human, because human is human, he should change there speed of time according to different works and problems in different situations. Some are prefers to keep ahead from the time and some fails to keep eqaul to time as they wanted though. As from my observation, I came to know that keeping equal with time gives always success. If you ahead from the time that proves you are very fast. And the secret of your fastness is surely a wrong work. As I don't want to analyse wrong work, you can consider it as you want because every work is not right or wrong, Everyone have differentt perception and intellectuallity. Maybe the thing we think is wrong can be right for others.
I am talking about time, the people who keep behind from time are surely unsuccessful. Here, I also don't want to analyse the Unsuccess, because never - ever such situations comes too in which the human becomes helpless and constrained he have to be satisfied with the deliberate failure. And the thing is about human who keep equal to time, I just want to say that there is rarely a person who can compete with the same motion of time, because I said earliar that time always run at same speed and human can not be replica, mirrorimage or shadow of time. But there is also some rare person who keeps equal to time but not for the whole life because depth or deepness also comes with hight, And time will through you in that deepness but this is not mean that you are become unsuccessful. You keeps equal to time this is the big thing. It does not matter that it's short period of time or long. Success is just the success, It can not be measured, on any basis.
By thinking of these thoughts, when I am ready to leave home then I saw watch, and I am late half an hour today but I am happy irrespective of lateness because my mind had given me such knowledge which can not be founded by searching. Today I have solved secrets of some truth of life. Maybe it happend because of today's morning, as it says "A happy mind gives a happy idea." I had seen the beauty of nature and that beauty sown the seeds of these thought.
I wish every day come with like this morning..!!!!!
Written (in Hindi) and translated by
-Satyamaditya Yadav
Written (in Hindi) and translated by
-Satyamaditya Yadav
(Sorry for the bad translation as I am science student so I don't have higher knowledge of English.)